नोएडा सेक्टर-62 का जाम कब होगा खत्म?, मोबिलिटी कॉरिडोर बनाने में आ रही ये अड़चन

नोएडा सेक्टर-62 मॉडल टाउन गोलचक्कर से सेक्टर-60 मामूरा तक मोबिलिटी कॉरिडोर बनाने के लिए अगले सप्ताह दोबारा टेंडर जारी होगा। इस कॉरिडोर के जरिये जाम से राहत मिलेगी। पिछले टेंडर में किसी एजेंसी का चयन नहीं हो सका था, क्योंकि एजेंसियां मानकों को पूरा नहीं कर सकी थीं।
मोबिलिटी कॉरिडोर योजना के तहत दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से लगे सेक्टर-62 मॉडल टाउन गोलचक्कर से मामूरा तक यातायात व्यवस्था बेहतर करने, सौंदर्यीकरण समेत अन्य काम किए जाने हैं। अधिकारियों ने बताया कि मॉडल टाउन गोलचक्कर से मामूरा तक करीब 2.9 किलोमीटर लंबी सड़क बनी है। इस सड़क पर आने-जाने वाले दोनों रास्तों पर सुबह-शाम लंबे जाम में फंसना पड़ता है। इसको देखते हुए नोएडा विकास प्राधिकरण ने मार्ग का कई निरीक्षण और सर्वेक्षण के बाद मॉडल मोबिलिटी कॉरिडोर बनाने की योजना तैयार करवाई है।
एजेंसी को छह महीने में काम पूरा करना होगा
अधिकारियों का कहना है कि इस योजना के तहत रोड इंजीनियरिंग के जरिये लंबी दूरी और कम दूरी वाले ट्रैफिक को भी बांटने का प्रयास किया जाएगा। इससे कम दूरी वाला ट्रैफिक सर्विस रोड से निकाला जाएगा, जिससे मुख्य सड़क पर वाहनों का दबाव कम होगा। ऐसे में जो वाहन कम दूरी के होंगे वह मुख्य सड़क पर जाने के बजाय बाएं मुड़कर सर्विस रोड से आसानी से गुजरेंगे। कॉरिडोर की योजना के तहत जाम में कमी लाने, सड़क सुरक्षा और सौंदर्यीकरण से जुड़े काम किए जाएंगे। टेंडर में एजेंसी का चयन होने के बाद उसे छह महीने में काम पूरा करना होगा।
गोलचक्कर का आकार छोटा करने का काम शुरू
सेक्टर-62 मॉडल टाउन गोलचक्कर का आकार छोटा करने का काम शुरू कर दिया गया है। इसके बाद यहां आगे कोने पर बने सार्वजनिक शौचालय को हटाया जाएगा। इसका काम भी शुरू कर दिया गया है। इसके पास ही छिजारसी की तरफ जाने वाली सड़क किनारे ऑटो और ई-रिक्शा स्टैंड बनाया जाएगा।
मुख्य सड़क पर वाहनों का दबाव कम होगा
रोड इंजीनियरिंग के जरिए लंबी और कम दूरी वाले ट्रैफिक को बांटा जाएगा। इससे कम दूरी वाला ट्रैफिक सर्विस रोड से निकाला जाएगा। मुख्य सड़क पर वाहनों का दबाव कम होगा। कॉरिडोर की योजना के तहत टेंडर में एजेंसी का चयन होने के बाद उसे छह महीने में काम पूरा करना होगा।